प्रयागराज: महाकुंभ 20 25 896 करोड़ की लागत की 38 परियोजनाओं को मिली सैद्धांतिक स्वीकृति 

डे नाईट न्यूज़ महाकुम्भ मेला 2025 को दिव्य एवं भव्य बनाने के दृष्टिगत मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा की अध्यक्षता में शीर्ष समिति की द्वितीय बैठक सम्पन्न हुई, जिसमें 948 करोड़ की 50 प्रस्तावित परियोजनाओं में से लगभग 896 करोड की लागत की 38 परियोजनाओं को सैद्धांतिक स्वीकृति मिल गई है। 

इनमें उoप्रo सेतु निगम लि0/ लो०नि०वि० की एक, प्रयागराज विकास प्राधिकरण की 31 तथा बाढ़ कार्य खंड सिंचाई विभाग की 6 परियोजनाएं सम्मिलित हैं। मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से संबंधित 12 परियोजनाओं का पुनः परीक्षण पर शीघ्र प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। 

शीर्ष समिति की दिसंबर माह में हुई प्रथम बैठक में स्वीकृत 51परियोजनाओं में से प्रयागराज में प्रस्तावित रिंग रोड के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम की 2 परियोजनाएं जिसमें अंदावा- कनिहार मार्ग पर रेलवे क्रॉसिंग पर प्रस्तावित दो लेने उपरिगामी सेतु का निर्माण एवं यूनाइटेड कॉलेज के समीप इलाहाबाद- मुगलसराय रेल सेक्शन पर प्रस्तावित दो लेन उपरिगामी सेतु के निर्माण को स्थगित कर दिया गया है।

मुख्य सचिव ने महाकुम्भ 2025 को अमृतकाल का पहला कुम्भ कहते हुए कम्युनिटी एंगेजमेंट प्रोग्राम के तहत अधिक से अधिक संख्या में जनपद निवासियों को जोडने को कहा। उन्होंने ट्रैफिक प्लान हेतु कन्सलटेंस को हायर कर भविष्य में किन-किन सडकों पर ट्रैफिक समस्याएं अधिक हो सकती हैं इसका आकंलन करते हुए कार्ययोजना तैयार करने को भी कहा है।

मुख्य सचिव ने सभी विभागों को निर्देशित किया कि समस्त कार्यों का शासनादेश 15 मार्च तक निर्गत कर दिया जाय ताकि समयान्तर्गत बजट अवमुक्त किया जा सके। उन्होंने रोड बनाते समय ही रोड साइड प्लानटेशन तथा खाली जगहों पर पार्किंग विकसित करने के निर्देश दिए। नगर आयुक्त को नगर निगम द्वारा बसवार में संचालित कान्ट्रक्शन एवं डेमोलेशन वेस्ट प्लांट से बनाई जा रही टाइल्स का उपयोग इन सभी सडकों के विकास में करने को कहा।

मण्डलायुक्त विजय विश्वास पंत ने  शहर में स्वच्छता एवं यातायात समस्याओं के निराकरण हेतु इन्दौर सिटी से प्रेरणा लेते हुए महाकुम्भ से पूर्व प्रयागराज को और स्वच्छ बनाने का आश्वासन दिया।

मेलाधिकारी, कुम्भमेला विजय किरन आनंद को महाकुम्भ के कार्यों के कियान्वयन हेतु 02 वर्ष के लिए आवश्यकतानुसार एक प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट का गठन करने को भी कहा जिससे कि मैनपावर की कमी न हो सके।

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