
डे नाईट न्यूज़ बालश्रम, बाल विवाह और बाल दुर्व्यापार जैसी बुराइयों को समाप्त कर बच्चों में सजग नेतृत्व क्षमता पैदा करने के लिये कैलाश सत्यार्थी फाउंडेशन द्वारा आयोजित सत्यार्थी खेल मेले का समापन शुक्रवार को हुआ।
कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन की ओर से आयोजित यह मेला अभ्रक क्षेत्र में 17 फरवरी से शुरू होकर गिरिडीह के गावां प्रखंड में संपन्न हो गया। हफ्ते भर चले इस खेल मेले के फाइनल मुकाबले में बच्चों में उत्साह देखा गया।
‘सत्यार्थी खेल मेला सीजन-2 में 1,920 बच्चों ने 128 टीमें बनाकर अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट खेला। आखिरी दिन फाइनल मुकाबला गागिंदी और सलादिह की टीमों के बीच खेला गया, जिसमें गागिंदी ने जीत हासिल की। ये सभी बच्चे कोडरमा व गिरिडीह जिले के बाल मित्र ग्राम के हैं। कभी ये बच्चे अभ्रक खदानों में बाल मजदूरी करते थे लेकिन अब सभी शिक्षा हासिल कर रहे हैं।
फाइनल मैच में विशिष्ट अतिथि के रूप में ‘बचपन बचाओ आंदोलन के कार्यकारी निदेशक धनंजय टिंगल, एस्टी लाउडर के डेविड हिरकोक, मैड हैटर क्रिएटिव की प्रमुख जेन मार्सडेन और स्वतंत्र फोटो जर्नलिस्ट डोमेनिको पुगलीसे मौजूद रहे। सभी ने बच्चों के खेल का आनंद लिया और उनका हौसला बढ़ाया।
इस मौके पर विशिष्ट अतिथि डेविड हिरकोक और गावां के बीडीओ महेंद्र रविदास ने विजेता टीम के खिलाडिय़ों को पदक देकर सम्मानित किया। पूरा खेल मेला झारखंड के बाल मित्र ग्राम में समन्वयक गोविंद खनाल की देखरेख में संपन्न हुआ।
गौरतलब है कि ‘सत्यार्थी खेल मेला सीजन-1 में कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्र्रेन्स फाउंडेशन द्वारा संचालित 521 बाल मित्र ग्राम की 3,600 लड़कियों ने फुटबॉल, कबड्डी जैसी खेल प्रतियोगिताओं में भाग लिया था। दिसंबर-जनवरी माह में यह आयोजन ‘सुरक्षित बचपन माह के तहत किया गया था।