
डे नाईट न्यूज़ कई हिस्सों में बीती रात से आज सुबह तक रूक-रूक 2 से लेकर 8MM तक बरसात हुई। वहीं जोधपुर, चूरू, झुंझुनूं में भी देर रात से बादल छाने शुरू हो गए। मौसम के इस बदलाव से शहरों में न्यूनतम तापमान भी बढ़ गया, वहीं कई हिस्सों में अभी भी सर्द हवा चल रही है, हालांकि आज राजस्थान में कहीं भी पारा माइनस में नहीं रहा।
जल संसाधन विभाग और जयपुर मौसम केन्द्र से मिली रिपोर्ट के मुताबिक हनुमानगढ़ के रावतसर में 8, नोहर में 5, हनुमानगढ़ शहर में 6, पीलीबंगा, संगरिया, टिब्बी में 2-2MM बारिश हुई। बारिश के साथ ही हनुमानगढ़ में देर शाम तेज सर्द हवा भी चली। इसी तरह गंगानगर जिले के अनूपगढ़ में 7, सूरतगढ़ में 3, करणपुर में 2, रायसिंहनगर में 1.3, गजसिंहपुर में 1.2 और जैतसर में 3MM बारिश हुई। इनके अलावा हिंदूमलकोट, मिर्जेवाला, रावला, गंगानगर शहर में भी हल्की बारिश हुई।
शहरों में सुबह-शाम पड़ रही गलनभरी सर्दी से राहत
मौसम के इस बदलाव से अब राजस्थान के सभी शहरों में सुबह-शाम पड़ रही गलनभरी सर्दी से राहत मिलनी शुरू हो गई। माउंट आबू में कल तापमान माइनस 1 था जो बढ़कर आज 1 डिग्री पर पहुुंच गया। इसी तरह सीकर के फतेहपुर में आज न्यूनतम तापमान 9 डिग्री दर्ज हुआ। इसके अलावा जयपुर, सीकर, पिलानी, अलवर और चूरू में न्यूनतम तापमान 3 से लेकर 5 डिग्री बढ़ा है। गंगानगर में आज न्यूनतम तापमान डबल डिजिट में दर्ज हुआ।
कुछ स्थानों पर हल्की बारिश या बूंदाबांदी की संभावना
मौसम केन्द्र जयपुर ने आज भी श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चूरू, नागौर, झुंझुनू और जोधपुर जिलों और आसपास के क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने की संभावना जताई है। 21 जनवरी से राजस्थान में मौसम साफ होगा।
23 से 25 जनवरी तक एक बार फिर मौसम बदलेगा। इस दौरान नया वेर्स्टन डिर्स्टबेंस आने से गंगानगर, हनुमानगढ़, झुंझुनूं, अलवर, भरतपुर के हिस्सों में बादल छाने के साथ कहीं-कहीं बारिश हो सकती है।
ठण्ड की वजह से ब्रेन स्ट्रोक के मामलो में बढ़ोतरी
राजस्थान में कड़ाके की सर्दी से सिर्फ बर्फ ही नहीं जम रही, लोगों के दिल की धड़कनें भी थम रही हैं। वहीं, ब्रेन स्ट्रोक के बढ़ते केस भी डराने वाले हैं। एक ओर जहां हार्ट अटैक से रोज 10 से ज्यादा मौतें हो रही है। वहीं, दिमाग की नसें जमने से एक हफ्ते में 13 लोगों की जान जा चुकी है। भास्कर ने प्रदेश के सबसे बड़े अस्पतालों की पड़ताल की तो सामने आया कि मौत का ये आंकड़ा 10% तक बढ़ गया है।