दिल्ली: मेट्रो के बाद बसों में भी जल्द मिलेगी एनसीएमसी की सुविधा

डे नाईट न्यूज़ नए साल में दिल्ली का सार्वजनिक परिवहन नई उड़ान भरने की तैयारी में है। बुनियादी सुविधाओं के विस्तार के साथ-साथ यात्रियों को आधुनिक टिकटिंग सुविधा मुहैया कराने की कवायद तेज हो गई है। मेट्रो के बाद दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और क्लस्टर बसों में भी यात्रियों को मार्च तक नेशनल कॉमन मोबलिटी कार्ड (एनसीएमसी) की सुविधा मिलने लगेे, इसके लिए जनवरी में टेंडर किया जाएगा।

मार्च, 2023 तक डीटीसी और क्लस्टर बसों में भी यात्री एक ही कार्ड से सफर कर सकेंगे। फिलहाल बसों में चार्टर एप के जरिये टिकटों की बिक्री हो रही है। इसके लिए डीटीसी और क्लस्टर बसों के अंदर क्यूआर कार्ड लगे हुए हैं, ताकि लोग स्कैन कर सफर कर सकें।

डीटीसी और क्लस्टर की 7000 से अधिक बसें संचालित हो रही हैं। बसों में एप के जरिये टिकट की सुविधा मुुहैया की जा रही है। मेट्रो कार्ड से बसों में टिकट की सुविधा उपलब्ध नहीं होने की वजह से यात्रियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस परेशानी को दूर करने के लिए एप की शुरुआत की गई, लेकिन इसके लिए यात्रियों को मेट्रो कार्ड के साथ एक और एप डाउनलोड करना होता है।

दिल्ली परिवहन निगम की प्रबंध निदेशक शिल्पा शिंदे के मुताबिक, नए साल में दिल्ली की बसों में एनसीएमसी की सुविधा मुहैया की जाएगी। इसके लिए जनवरी में टेंडर निकालने के बाद मार्च तक सेवाएं शुरू करने का लक्ष्य है। डीटीसी और क्लस्टर की पुरानी बसों में जीपीएस, सीसीटीवी कैमरे और इलेक्ट्रॉनिक टिकटिंग मशीन (ईटीएम) की सुविधा है। क्लस्टर बसों में ईटीएम से टिकटों की     बिक्री हो रही है, जबकि डीटीसी    की अधिकतर बसों में अभी भी कागज के टिकट और पास की बिक्री हो रही है।

टिकटिंग की पुरानी प्रणाली होने की वजह से अभी भी एप के जरिये कम यात्री ही टिकट खरीदते हैं। इस वजह से कई बार कैश लेनदेन या खुले पैसे न होने से यात्रियों को परेशानी होती है। मेट्रो की तरफ से बसों में भी एनसीएमसी कार्ड की सुविधा से यात्रियों को न तो टिकट के लिए खुले की जरूरत होगी और न ही बार-बार नकद लेनदेन की जरूरत होगी।

बस यात्रियों को होंगे फायदे

  • एक ही कार्ड का मेट्रो, बस के सफर में कर सकेंगे इस्तेमाल
  • इसके बाद पार्किंग, टोल, शॉपिंग के लिए भी रुपे कार्ड का हो सकेगा इस्तेमाल
  • न कैश लेनदेन करना होगा और न ही खुले पैसों की दिक्कत होगी
  • फिलहाल बसों में 4जी नेटवर्क से सेवा की शुरुआत होगी, इसके बाद 5जी तकनीक को अपनाया जाएगा
  • बसों में कैशलेस ट्रांजेक्शन की मिलेगी सुविधा, कार्ड का कई जगहों पर किया जा सकेगा इस्तेमाल
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