गोरखपुर: ग्राम पंचायत द्वारा कार्य का डीपीआरओ द्वारा रात्रि में किया गया निरीक्षण

डे नाईट न्यूज़ विकासखंड खोराबार की ग्राम पंचायत जंगल गोरी नंबर दो उर्फ अमहिया में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण योजना के अंतर्गत ओडीएफ प्लस एवं मॉडल बनाए जाने के निमित्त ग्राम पंचायत अमहिया का चयन किया गया है, जिसमें ग्राम पंचायत द्वारा तैयार की गई कार्ययोजना के अनुरूप ग्राम पंचायत में विभिन्न कार्यों का क्रियान्वयन किया जा रहा है।

जिसके अंतर्गत ग्राम पंचायत में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन एवं उसके आर आर सी रिसोर्स रिकवरी सेंटर का निर्माण ग्राम पंचायत के द्वारा कराया जा रहा है, जिसमें निर्माण के पश्चात ग्राम पंचायत के घरों से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन का कार्य कर रिक्शा के माध्यम से आर आर सी सेंटर पर का कार्य किया जाएगा जिसका निरीक्षण अचानक जिला पंचायत राज अधिकारी ठाकुर द्वारा मौके पर पहुंचकर किया गया।

दिन भर में ग्राम पंचायत द्वारा जो कार्य किए गए थे ग्राम प्रधान के द्वारा निरीक्षण के दौरान दिखाया गया। गौरतलब है कि शासन के द्वारा संबंधित कार्यों के निर्माण के निमित्त धनराशि निर्गत कर दी गई है तथा प्रत्येक तीसरे दिवस पर धनराशि पर एवं निर्माण की समीक्षा की जा रही है। इस क्रम में शासन की मंशा के अनुरूप कार्यों को पूर्ण कराने एवं पारदर्शिता बनाए रखने तथा गुणवत्ता कायम रखने औचक निरीक्षण किया गया।

निरीक्षण में ग्राम पंचायत जंगल गौरी नंबर 1 में बन रहे कॉमन सर्विस सेंटर का भी निरीक्षण किया गया। सर्विस सेंटर का निर्माण ग्राम पंचायत द्वारा पूर्व में निर्मित पंचायत भवन के छत पर निर्माण कराया जा रहा है। निर्माण दीवाल कर लिया गया है जिसमें प्लास्टर एवं विद्युतीकरण का कार्य किया जाना है। कॉमन सर्विस सेंटर के निर्माण होने से ग्राम पंचायतों में विभिन्न प्रकार के स्थानीय लोगों की सुविधाएं को उपलब्ध कराया जाना तथा पंचायत सहायकों के माध्यम से सभी प्रकार के योजनाओं के क्रियान्वयन का संचालन किए जाने हेतु के उद्देश्य से बनाया जा रहा है।

ग्राम पंचायत में ऑपरेशन त्रिनेत्र के अंतर्गत लगाया जा रहा है कैमरे का भी निरीक्षण किया गया। ग्राम पंचायत जंगल गौरी नंबर 1 में 2 कैमरे ग्राम पंचायत द्वारा लगाया गया है जिस का संचालन एक निश्चित बिंदु से किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्य के सापेक्ष भुगतान के लिए भी निर्देशित किया गया।

ग्राम पंचायत के निर्माण कार्यों के देखरेख के लिए शासन द्वारा लगाए गए कंसलटिंग इंजीनियर को भी निर्देशित किया गया कि निर्माण के दौरान नियमित रूप से गुणवत्ता का परीक्षण करते रहे। निर्माण कार्यों में गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर ने बताया कि कार्यों के संबंध में धनराशि का कोई भी अभाव नहीं है, आवश्यकता पड़ने पर अन्य बजे का भी सदुपयोग कर उच्च गुणवत्ता का निर्माण ग्राम पंचायतें करा सकती हैं। इसके लिए ग्राम पंचायत स्वतंत्र हैं।

निर्माण कार्यों के निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर के साथ में जिला समन्वयक बच्चा सिंह स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण एवं शशिभूषण सिंह ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के कंसलटेंट तथा ग्राम प्रधान सुमित कुमार मौके पर उपस्थित थे।

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