डे नाईट न्यूज़ सेमरियावा विकास खंड के ऊसरा शहिद गांव का हैं जहा के इरशाद अहमद नाम के ग्रामीण ने गांव में हुए भ्रष्टाचार की शिकायत पूर्व में की थी मगर शिकायत करने के बावजूद भी अधिकारियों के द्वारा जांच तो की गई मगर उस पर कोई निष्कर्ष नहीं निकला तो पुनः दोबारा अपनी शिकायत की फरियाद को लेकर शिकायतकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर ग्राम प्रधान और ग्राम सचिव तथा ब्लॉक के अधिकारियों कर्मचारियों पर आरोप मरते हुए जिलाधिकारी को लिखित शिकायत पत्र सौंपा।
जिसमें शिकायतकर्ता ने बताया है कि पूर्व में जनपद के जिलाधिकारी महोदया के सक्षम एक शिकायती प्रार्थना पत्र उसरा शहीद गांव में इंडिया मार्का हैंडपंप रिबोर व मरम्मत के नाम पर लाखों रुपए निकालकर धन का प्रधान व सचिव के द्वारा बंदरबांट करने के संबंध में दिनांक 05 /09/ 2022 को दिया गया था।
जिस पर तत्कालीन डीएम महोदय ने खंड विकास अधिकारी को स्वयं जांच कर आवश्यक कार्रवाई करने एवं जांच आख्या 10 दिन में प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था जिस पर खंड विकास अधिकारी द्वारा जांच के संबंध में 2 सदस्य टीम सहायक विकास अधिकारी व अवर अभियंता लघु सिंचाई को नामित किया।
जिसकी जांच गठित टीम द्वारा दिनांक 28/0 2/022 को हुई जांच में भारी अनियमितता मिली थी। परंतु शिकायत के लगभग 2 माह बीत चुके हैं अभी तक जिम्मेदारों के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं हुई जांच अधिकारियों द्वारा सचिवों से अभिलेख के लिए बार-बार पत्र लिखकर अभिलेख प्रस्तुत करने को कहा फिर भी सचिवों द्वारा अभिलेख प्रस्तुत नहीं किया गया जो कि सचिवों द्वारा की गई अनुशासनहीनता को दर्शाता है फिर भी इन सचिवों के विरुद्ध अनुशासनहीनता की कोई कार्रवाई नहीं की गई और ना ही जांच अधिकारी द्वारा जांच आख्या पर तैयार की गई।
जबकि प्रभारी खंड विकास अधिकारी से जांच अधिकारी ने अनियमितता की बात कही थी। जबकि खंड विकास अधिकारी ने यह भी कहा था कि अभिलेख उपलब्ध न कराना गबन साबित करता है महोदय सचिवों का जांच अधिकारी को अभिलेख ना देना और जांच अधिकारी द्वारा जांच आख्या ना देना वह सचिवों के खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्रवाई न करना अपने आप ही बड़ा सवाल करता है शिकायतकर्ता ने लिखित शिकायत पत्र देकर इस भ्रष्टाचार के खेल में संलिप्त सभी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
अब देखना यह है कि ब्लॉक परिसर से कराए गए उसरा शहीद गांव में कार्यों का अभिलेख का गायब होना यह एक सवाल पैदा करता है भ्रष्टाचार में सम्मिलित होने का। उत्तर प्रदेश सूबे के मुख्यमंत्री महाराज योगी आदित्यनाथ जहां गांव की रूपरेखा बदलने और उसे एक नया आयाम देने में दिन रात मेहनत कर रहे हैं वही जिले से लेकर विकासखंड तक सम्मिलित भ्रष्टाचार में इन अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई कब होगी।