डे नाईट न्यूज़ कोरोना महामारी की चौथी लहर की आशंका के बीच केंद्र सरकार ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसी कड़ी में केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने राज्य के अधिकारियों के साथ दवा बनाने वाली कंपनियों का निरीक्षण शुरू कर दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के निर्देश पर मानक संचालन प्रक्रियाओं के अनुसार पूरे देश में निरीक्षण किए जा रहे हैं।
बयान में कहा गया है कि इससे पहले ऐसी दवा कंनियों के राष्ट्रव्यापी निरीक्षण के लिए कार्य योजना बनाई गई थी, जिनकी पहचान मिलावटी या नकली दवाएं बनाने के जोखिम के रूप में की गई है। इसके मद्देनजर सीडीएससीओ ने दो संयुक्त औषधि नियंत्रकों की एक समिति गठित की है जो निरीक्षण, डेटा तैयार करना और बाद की कार्रवाई की प्रक्रिया की निगरानी करेगी, ताकि औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम, 1940 के नियमों का अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके। समिति देश में निर्मित दवाओं के संबंध में गुणवत्ता के उच्च मानकों को सुनिश्चित करेगा।
दवा निगरानी का उद्देश्य देश में उपलब्ध दवाओं की सुरक्षा, प्रभावकारिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करना है। दवा नियंत्रण प्रशासन को यह सुनिश्चित करना है कि दवा बनाने वाली कंपनियां औषधि एवं प्रसाधन अधिनियम, 1940 के नियमों का अनुपालन करती हैं।
दवाओं की निगरानी करता है सीडीएससीओ
सीडीएससीओ देश में दवाओं, चिकित्सा उपकरणों और प्रसाधन सामग्री के निर्माण, आयात और वितरण पर निगरानी करती है। यह दवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सीडीएससीओ की मंजूरी के बाद ही देश को लोगों को स्वास्थ्य की देखभाल से संबंधित उत्पाद उपलब्ध होते हैं।
बता दें, देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़े हैं। बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस के 157 नए मामले सामने आए हैं और एक व्यक्ति की मौत हुई है। हालांकि, सक्रिय मामले घटकर 3,421 हो गए हैं। आज देश भर के सभी कोविड अस्पतालों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को कोविड मॉक ड्रिल की समीक्षा के लिए सफदरजंग अस्पताल का दौरा किया।
हमें तैयार रहना चाहिए: स्वास्थ्य मंत्री
इस अवसर पर मंडाविया ने कहा कि आज देशभर के कई अस्पतालों में मॉक ड्रिल का आयोजन हुआ है, मैंने कोविड वार्ड का निरीक्षण किया और देखा कि जैसी व्यवस्था यहां है वैसी ही व्यवस्था और भी बाकी के अस्पतालों की है या नहीं। आने वाले दिनों में कोरोना केस अगर बढ़े तो उसके लिए हम पूरी तरह से तैयार होने चाहिए।