डे नाईट न्यूज़ चीन में कोरोना मामलों में जबर्दस्त उछाल से मचे कोहराम के बीच अमेरिका ने इस पर लगाम लगाने पर जोर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा है कि चीन का कोरोना पर नियंत्रण करना अमेरिका के बहुत हित में होगा। यदि दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला यह देश लॉकडाउन रहा तो इसका बड़ा असर होगा।
चीन में कठोर जीरो कोविड पॉलिसी लागू थी। इसके तहत बड़े पैमाने पर कोरोना जांच और क्वारंटाइन व लॉकडाउन नियम लागू थे, लेकिन इसी माह के आरंभ में व्यापक सरकार विरोधी आंदोलनों के बाद इन्हें शिथिल कर दिया गया। कोविड नियम शिथिल करते ही चीन में मानो कोरोना भूचाल आ गया। चीन ने जब कोविड केस मामूली थे, तब लॉकडाउन लगाया, इससे लोगों का धैर्य टूट गया और इसके खिलाफ वे सड़कों पर उतर आए। अब जब केस हजारों की संख्या में आ रहे हैं तब ढील दे दी गई है।
महामारी विशेषज्ञों चीन के लिए मुश्किल भरे समय की आशंका जता रहे हैं। उनका अनुमान है कि अगले साल तक कोरोना वायरस के कारण चीन में करीब 20 लाख मौतें होंगी। चीन में कोविड महामारी के उछाल को लेकर सवाल करने पर ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका तीन कारणों से चीन में महामारी पर नियंत्रण चाहता है। पहला यह कि हम कहीं भी लोगों को COVID से पीड़ित नहीं देखना चाहते हैं। चाहे कोरोना संक्रमित हो या मौत का मामला हो, हम चाहते हैं कि चीन समेत पूरी दुनिया में जहां भी कोविड है, वहां यह खत्म हो।
दूसरा कारण यह है कि जहां भी यह कोरोना वायरस फैलता है, वहां इसके नए वैरिएंट के विकसित होने की संभावना रहती है। यह वैरिएंट अन्य जगह भी फैलता है और दुनिया भर के देशों को प्रभावित करता है। इसलिए, हम चाहते हैं कि यह खत्म हो। अमेरिकी विदेश मंत्री ने तीसरा कारण बताते हुए कहा कि कोविड के कारण चीन में लॉकडाउन होने का वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। इसलिए सभी के स्वास्थ्य की चिंता के साथ यह हमारे हित में है कि चीन वह सब करे जो कोविड को खत्म करने के लिए जरूरी है।
अमेरिका कोविड टीकों का सबसे बड़ा दानदाता है। हालांकि, चीन ने अमेरिका से मदद नहीं मांगी है, लेकिन हम इसके लिए तैयार हैं। हम चीन समेत पूरी दुनिया में कोविड से निपटने के लिए मदद को तैयार हैं।