नेपाल में सुन्नियत और सुफी विचार।
धारा को प्रचारित करेंगे मरकजे अहल-ए-सुन्नत बरेली शरीफ के उल्मा।
नेपाल देश के मुस्लिम समाज का भारतीये खानकाहो,भारतीय सुफी संतों से बहुत अटूट संबंध कायम रहा है।
बरेली, उत्तर प्रदेश।
आलाहज़रत और मरकजे अहल-ए-सुन्नत दरगाहे आलाहज़रत बरेली शरीफ उत्तर प्रदेश भारत में सुफी, सुन्नी और खानकाही विचार धारा का एक ऐसा केन्द्र है जिस से विश्व भर विशेषकर भारत-नेपाल के सुन्नी मुसलमान सदैव आस्था रखते चले आरहे हैं।
कुछ समय से यह सुनने मे आरहा है कि नेपाल देश मे कुछ बदमजहब और गैर सुन्नी फिरके यहाँ वहाबी विचाराधारा का प्रसार बडे पैमाने पर कर रहे है।
अतः मरकजे अहल-ए-सुन्नत बरेली शरीफ के उलमा ए किराम ने यह निर्णय लिया है कि हर मुमकिन तरीके से नेपाल की मसजिदों के माध्यम से सुन्नियत और सुफी विचारधारा को बढावा दिया जाएगा।
इन बातों का उल्लेख आज दरगाह आलाहज़रत स्थित मदरसा मंज़र-ए-इस्लाम के वरिष्ठ शिक्षक मुफ्ती मुहम्मद सलीम बरेलवी साहब और त॔जीम उलमाए इस्लाम के मैलाना शहाबुद्दीन रजवी साहब ने नेपाल देश के उलमा को दिये अपने एक विशेष संदेश मे किया।