गाज़ीपुर।बहरियाबाद स्तिथ बहरुल उलूम संस्थान सामाजिक सौहार्द की एक मिसाल है।सन 1967 में जहां एक तरफ मदरसे की नींव रखी गई तो दूसरी तरफ संस्कृत विद्यालय की भी नीव रखी गई, एक ही कैंपस में चलने वाले कई संस्थान आज शिक्षा का पूरे क्षेत्र में अलख जलाए हुए हैं।आज बहरियाबाद में पूरे क्षेत्र के लिए शिक्षा के क्षेत्र में यह संस्थान अनुकरणीय योगदान दे रहे हैं एक ही कैंपस में बच्चों को हिंदी उर्दू अंग्रेजी फारसी संस्कृत और तमाम भाषाओं की शिक्षा दी जा रही।